हिन्दी दिवस के अवसर सी.सी.एल. में ‘लाइव वेबिनार’का आयोजन

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 14-09-2020


सीसीएल के सीएमडी श्री पी.एम. प्रसाद के मार्गनिर्देंशन में सीसीएल दरभंगा हाउस सहित सीसीएल के सभी क्षेत्रोंमें ‘हिन्दीd दिवस’मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज ‘लाइव वेबिनार’का आयोजन किया जिसका विषय ‘हिन्दीकाभविष्यएवंभविष्य की हिन्दी’ था। इस अवसर पर सभी क्षेत्रों के वीसी कक्ष (VC ROOM)में इस वेबिनार का प्रसारण किया गया साथ ही पर्सनल कम्प्यूटर के वेब ब्राउज़र (क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स, माइक्रोसॉफ़्ट एज) के माध्यम तथा फोन में blue jeans एप्प के माध्यम से भी इस लाईव वेबिनार का प्रसारण किया गया। 

अवसर विशेष पर सीएमडी श्री पीएम प्रसाद का हिन्दीे दिवस के उपलक्ष्या में उनके ‘’राजभाष संदेश’’का भी प्रसारण किया गया।  

इस अवसर पर मुख्यग वक्ताप के रूप में हिन्दी विभाग, रांची विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्षडॉ.जंगबहादुर पांडेयएवं हिन्दी विभाग, संत.ज़ेवियर कॉलेज, रांची के विभागाध्यक्षडॉ.कमल कुमार बोसथे। 

पूर्व विभागाध्यक्षडॉ.जंगबहादुर पांडेय ने हिन्दी दिवस की सभी को बधाई देते हुए सीसीएल प्रबंधन का इस आयोजन के लिए आभार व्यिक्तह किया। उन्हों ने ‘हिन्दीकाभविष्यएवंभविष्य की हिन्दी’ विषय पर विस्ता।र से जानकारी देते हुये कहा कि हिन्दीद का भविष्यो निश्चदय ही उज्जिवल है। भाषा किसी भी राष्टन की समुदाय, अर्थव्य वस्था  की पहचान है। उन्हों ने नीज भाषा पर जोर देते हुये कहा कि हिन्दी  के वगैर राष्ट्रर का विकास नहीं हो सकता है। उन्हों ने दूसरे देशों की उदाहरण देते हुये कहा कि इंगलैण्ड  अंग्रेजी दिवस नहीं मनाता, जर्मनी जर्मन दिवस नहीं मनाता, चीन चीनी दिवस नहीं मनाता है लेकिन वे 365 दिन अपनी भाष में कार्य करते हैं लेकिन हम हिन्दी  दिवस मनाते हुये भी 365 दिन हिन्दीन में कार्य नहीं करते हैं। हिन्दी् का निरंतर विस्तामर हो रहा है, हिन्दीह के छात्रों एवं लोगों की संख्याप सतत बढ़ रही है। वह दिन दूर नहीं है कि संयुक्ति राष्ट्रा संघ की 7वीं भाषा के रूप में शामिल होगी। उन्हों ने कहा कि हिन्दी  एक समृद्ध भाषा है। उन्हों ने सभी को प्रेरित करते हुये कहा कि आज इस पवित्र दिन में हम संकल्प  लेंगे हम तन मन से हिन्दीत को अपनायेंगे। 


विभागाध्यक्षडॉ.कमल कुमार बोस ने अपने संबोधन में कहा कि कहा कि हिन्दी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है। उन्होंने कहा कि देश में जितनी भी क्षेत्रीय भाषायें हैं उन सभी के साथ ‘‘हिन्दी’’ समन्वय का काम करती है। उन्होंने कहा कि यह भाषा जितनी समृद्व होगी हमारी संस्कृति भी उतनी ही समृद्व होगी।उन्होंने ‘हिन्दीकाभविष्यएवंभविष्य की हिन्दी’ के बारे में कहा कि जैसा वर्तमान होता है वैसा भविष्य’ होता है। हिन्दीन प्रयोग का अआधुनिक रूप हमें आश्वहस्तक करती है कि हिन्दीा का भविष्य  उज्ज वल है। उन्होंभने कहा कि हिन्दीी एक जीवंत और समृद्ध भाषा है। उन्होंेने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि भाषा परिवर्तनशील है। हिन्दी  रचनात्म क सिमाओं को छोड़कर बहुत आगे बढ़ गया है। हिन्दीस को आयोजनों तक सीमित रखकर आगे नहीं बढ़ा सकते बल्कि हिन्दीह को अपनाकर ही आगे बढ़ा सकते हैं। कुछ लोग हिन्दीत के ताकत को जाने वगैर हिन्दीब को कमजारे घोषित करते हैं। हम हिन्दी  से दूर रहकर इसके बारे में जान नहीं सकते। जीवन के विभन्नन जरूरत के अनुसार हिन्दीर नये स्व्रूप के साथ, जीवन जीने के विभिन्न  रूपों के साथ है। आधे अक्षर को सहयोग देने के लिए पूरा अक्षर सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंकने प्रशंसा व्येक्तस किया कि हिन्दीक क्षेत्रों के साथ-साथ अहिन्दीे क्षेत्र में भी हिन्दी  का प्रयोग निरंतर बढ़ते जा रहा है। उन्होंने अनेकों उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्दी बहुत ही सरल एवं आमजन की भाषा है।

कार्यक्रम का आयोजन महाप्रबंधक (राजभाषा) श्री विजय कुमारएवं उनकी टीम तथा अन्य  के सहयोग से किया गया। 

राजभाषा माह के अंतर्गत 18 एवं 19 सितम्बएर को क्वीरज प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाईनके माध्यषम से किया जायेगा, प्रतियोगिता से संबंधित जानकारी सीसीएल के वेबसाईट http://www.centralcoalfields.inपर उपलब्ध है।