सीसीएल का स्वेर्णीम प्रदर्शन जारी जून माह में कोयला उत्पापदन में रिकार्ड 19% की वृद्धि

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 03-07-2019


सेन्ट्रल कोलफिल्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) अपना उत्क़ृहष्ट  प्रदर्शन जारी रखते हुए वित्तीय वर्ष 2019-20 के जून माह में 7.25 लाख टन कोयला उत्पालदन के साथ, 19% की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। साथ ही साथ ओवर बर्डेंन (ओबी) रिमुबल में भी रिकार्ड 22% की डबल डिजिट वृद्वि हासिल की है। लोक सभा चुनाव एवं आदर्श अचार संहिता के बावजूद भी सीसीएल ने जून माह में अपने उल्लेरखनीय प्रदर्शन के बल पर प्रथम तिमाही में सकारात्मचक वृद्धि दर्ज की है।  सीसीएल द्वारा न सिर्फ कोयला उत्पा्दन एवं ओबी रमुबल बल्कि कोयला प्रेषण में 3.3% एवं प्रथम तिमाही में 6 मिलियन टन का स्टॉीक लिक्वीजडिशन कर सीसीएल वित्तीय वर्ष 2019-20 के अपने लक्ष्यप की तरफ सतत अग्रसर है। इस दिशा में सीसीएल द्वारा कारो एवं सलेक्टेीड ढोरी ओपन कास्टड (एसडी ओसी) का सीटीओ विगत 29 मई को प्राप्तअ किया गया। सीसीएल ने 01 जून, 2019 को अनुकम्पास के आधार पर रिकार्ड 101 नियुक्ति पत्र दिवंगत कर्मियों के आश्रितों को सौंपा। इस अवसर पर आयोजित भव्यय समारोह में सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने एक बार पुन: दोहराया कि ‘’ग्रामीण, गरीबों एवं श्रमिकों का सर्वागींण विकास’’ कि कंपनी की प्राथमिकता को चरितार्थ करने के लिए प्रतिबद्ध है। 
ज्ञातव्य  हो कि सीसीएल ने पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में अपना स्वतर्णीम प्रदर्शन जारी रखते हुए अभी तक का सर्वाधिक  68.7 मिलियन टन (एमटी) कोयला उत्पापदन कर इतिहास रचा। यह वित्तीतय वर्ष 2017-18 की तुलना में 8% की वृद्वि थी। सीसीएल ने कोयला प्रेषण में भी सर्वश्रेष्ठी प्रदर्शन करते हुए पिछले सारे कीर्तिमान तोड़ते हुए 68.3 एमटी कोयला प्रेषण किया था।  साथ ही साथ ओबी रिमुवल में भी 5% की वृद्वि हासिल करते हुए 100 मिलियन क्यूहबिक मीटर ओवर बर्डेंन की निकासी की । इसी कड़ी में सीसीएल ने पिछले  वित्ती्य वर्ष 2018-19 में 11 सौ करोड़ रूपये का कैपिटल एक्सरपेंडीचर कर अपना दिया गया लक्ष्य  प्राप्त  किया। 
विगत वर्षों में श्री गोपाल सिंह के नेतृत्व में सीसीएल सबसे तेजी से बढ़ रहे सार्वजनिक उपक्रमों में से एक बन गया है। श्री सिंह के कार्यकाल के दौरान सीसीएल मे दीर्घकालीन नतीजे देने वाले वृहद् संगठनात्मक परिवर्तनों को मूर्त रूप दिया गया, लंबे समय तक लंबित जटिल समस्याएं हल की गई, अब तक का सबसे ज्यादा उत्पादन हासिल किया गया, बहुप्रतिक्षित पर्यावरण और वन भूमि की मंजूरी प्राप्त की गई, भूमि का भौतिक कब्ज़ा लिया गया, कई ग्रीनफील्ड परियोजनाएं आरम्भ की गई, रेलवे परियोजनाओ को योजनाबद्ध तरीके से तेजी लाते हुए पूर्ण किया गया | इन सभी सकरात्मक परिवर्तन के पीछे "कायाकल्प  मॉडल ऑफ गवर्नेंस" का सफल क्रियान्वयन है जो निम्न स्तंभों पर आधारित है 

 पारदर्शिता, साहसिक, नैतिकता और मानवता युक्ति दृष्टिकोण
 कर्मियों का प्रशिक्षण और विकास
 अनुशासन प्रवर्तन
 अभिनव, स्वचालन -  अत्याधुनिक तकनीक
 लोकतांत्रिक नियोजन - आधिकारिक नियंत्रण

सीसीएल कोयला उत्पाकदन ही नहीं बल्कि समावेशी विकास को अपना मुख्य  उद्देश्यक मानती है । हम पारदर्शिता, मानवता एवं नैतिकता के माध्यपम से सामाजिक परिर्वतन लाने के लिए प्रतिबद्व हैं और निरंतर इस दिशा में प्रयासरत हैं। हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वांस’ का संदेश दिया है और सीसीएल परिवार का हर एक सदस्यत इस संदेश को मूर्तरूप देने में अपना योगदान दे रहा है।