अनुसूचित जनजाति के खेल विकास हेतु माननीय उपराष्ट्रकपति ने सीसीएल को सम्माोनित किया

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 20-02-2019


आज 19 फरवरी को भारत के उप-राष्ट्ररपति माननीय श्री एम वैंकेया नायडू ने सीसीएल को अनुसूचित जनजाति के बच्चोंे हेतु खेल के क्षेत्र में उत्कृयष्टक सेवा प्रदान करने के लिए नेशनल मीडिया सेन्टार, नई दिल्लीो में आयोजित राष्ट्रीशय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के स्थायपना दिवस समारोह में ‘’एनसीएसटी लीडरशीप अवार्ड’’ से सम्मािनित किया। यह अवार्ड सीसीएल के मुखिया सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने माननीय उपराष्ट्रीपति हाथों से ग्रहण किया। सीसीएल इस अवार्ड को ग्रहण करने के साथ सार्वजनिक क्षेत्र का पहला उपक्रम बन गया है जिसे आयोग द्वारा सम्मासनित किया गया है। यह पुरस्काेर तीन श्रेणियों में प्रदान किया गया : (i) शैक्षणिक संस्थान / विश्वविद्यालय, (ii) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (iii) सार्वजनिक सेवा क्षेत्र में व्य्क्ति, सिविल सोसाईटी एवं एनजीओ द्वारा प्रदान की गयी सेवा के लिए दिया जाना निश्चित किया गया है। 
राष्ट्री य अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा पहली बार दिये गये लीडरशीप अवार्ड के लिए सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी में सेन्ट्राल कोलफील्डीस लिमिटेड द्वारा झारखंड सरकार के सहयोग से चलाये जा रहे खेल अकादमी के लिए चुना गया। इस अकादमी के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान बच्चोंल की खेल प्रतिभा को निखारा जा रहा है और उनके सुनहरे भविष्यत की नींव रखी जा रही है।  
सीसीएल वृहद परिवार की ओर से कंपनी के मुखिया सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने माननीय       उप-राष्ट्रमपति, केन्द्री य जनजातिय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम, राष्ट्री य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यवक्ष श्री नन्दओ कुमार साईं, उपाध्यतक्ष सुश्री अनुसूईया उईके को यह पुरस्कार प्रदान कर सीसीएल परिवार के प्रयासों को बल देने के लिए आभार व्यक्त किया। सीसीएल के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे निश्चदय ही सीसीएल परिवार का मनोबल बढ़ेगा और हमें इस दिशा में और अधिक उत्सापह के साथ कार्य करने हेतु प्रेरित भी करेगा। 
ज्ञातव्य  हो कि विगत दिनों आयोग के सीसीएल दौरे के क्रम में कंपनी द्वारा आदिवासी कल्याण के लिए प्रारंभ की गई विभिन्न योजनाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गयी थी। आयोग ने खेल अकादमी का निरीक्षण कर संबंधित जानकारी भी प्राप्त  की थी। आयोग ने न सिर्फ जनजाति कल्याीण के क्षेत्र में सीसीएल के विभिन्न प्रयासों की सराहना की बल्कि श्री गोपाल सिंह के नेतृत्व  में सीसीएल टीम को आदिवासी कल्यालण हेतु समर्पित होकर कार्य करने लिए बधाई देते हुए प्रेरित भी किया गया था। आयोग ने सीसीएल प्रबंधन से इस दिशा में निरंतर कार्य करते हुए भविष्य में ऐसी योजनाओं का प्रारूप तैयार करने के लिए कहा था। 
सीसीएल की प्राथमिकता ‘’ग्रामीण, गरीब एवं श्रमिकों का सर्वागींण विकास है’’ और इस लक्ष्य  को प्राप्ता करने के लिए कंपनी सतत प्रयासरत है। इसी के अंतर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के पिछड़े वर्गों के उत्थाीन के लिए खेल आदि के माध्यबम से अनेको कार्यक्रम का संचालन करता रहता है। सीसीएल ने झारखंड के जनजातिय क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने के लिए अपने कमांड क्षेत्र में 250 फुटबॉल टीमें बनायी है। इसी प्रकार सिमडेगा में, पिछले दो वर्षों से सीसीएल जूनियर बालक और बालिकाओं के हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन करती रही है जिसमें अधिकतम भागीदारी जनजातिय समुदाय की रही है। साथ ही साथ सीसीएल नियमित रूप से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर जनजातिय समुदाय में खेल भावना का प्रोत्सावहन एवं इन युवाओं की बीच छिपी प्रतिभा को तराशने का कार्य कर रहा है। सीसीएल द्वारा प्रत्येनक वर्ष हजारों स्वाकस्य्च   शिविर का आयोजन किया जाता है जिससे लाखों जरूरतमंद विशेषकर अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग लाभान्वित होते हैं। 
सीसीएल की अन्य प्रमुख योजनाएं जैसे "सीसीएल के लाल एवं सीसीएल की लाडली" आदि अन्य‍ योजनाओं के माध्यपम से पिछड़ें क्षेत्रों के बच्चों  को एक मंच प्रदान कर रहा है जिससे वे विभिन्नद प्रतियोगिताओं में दूसरे बच्चों  से प्रतिस्प्र्धा कर पायें और अपना लक्ष्यच प्राप्तह कर सकें। कौशल विकास योजना के तहत तकनीकी एवं रोजगारन्मुरखी प्रशिक्षण प्रदान कर आदिवासी युवाओं को सशक्त  बनाने हेतु सीसीएल बीटीटीआई और आईटीआई केन्द्रों  सहित मल्टीस स्कीरल डेवलपमेंट सेन्टयर के माध्य‍म से उन्हें  स्वीरोजगार/रोजगार प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहा है। 
माननीय केन्द्रीय कोयला एवं रेलवे मंत्री श्री पीयूष गोयल और माननीय मुख्यमंत्री झारखंड, श्री रघुवर दास की परिकल्पना एवं दूरगामी सोच पर आधारित खेलगांव, रांची स्थित खेल अकादमी की शुरूआत जुलाई 2016 में हुई थी। खेल अकादमी ने बहुत कम अवधि में लम्बी दूरी तय करते हुए अपना नाम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया है। अधिकांश कैडेटस्‍ राज्य के सुदूर एवं पिछड़े क्षेत्रों से आते हैं जो अपनी कठिन मेहनत और लगन के बल पर अपनी प्रतिभा,अपने कोच के मार्गनिर्देशन,सीसीएल और राज्य प्रशासन के प्रयासों एवं हमारे माननीय प्रधानमंत्री की परिकल्पना के साथ न्याय करते हुए प्रगति के पथ पर सतत अग्रसर हैं। 
सीएमडी सीसीएल श्री गोपाल सिंह ने यह सुनिश्चित किया है कि इन युवा कैडेटों को विश्वस्तरीय एवं अत्याधुनिक सुविधाएं मिले, चाहे वह प्रशिक्षण, बुनियादि ढांचा, आहार, कोच या शिक्षा हों | पिछले वर्ष झारखंड के 24 जिलों में आयोजित चयन प्रक्रिया के माध्यम से 1 लाख 89 हजार आवेदकों में से  अंतत: 170 बच्चोंछ  का चयन किया गया था। चयनित कैडेटों और आवेदकों का अनुपात 9 : 10000 का है, जो इसकी लोकप्रियता और उत्कृरष्ट4 मापदंडो को दर्शाता है । खेल अकादमी को कई केंद्रीय सरकार की योजनाओं जैसे कि खेलो इंडिया आदि से भी लाभ हुआ है।