आईएसओ 9001, आईएसओ 14001 और ओशास 18001 द्वारा सीसीएल पूर्ण कंपनी प्रमाणित 

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 21-02-2019


सेन्ट्र ल कोलफील्ड स लिमिटेड (सीसीएल) को ISO 9001 : 2015 (गुणवत्तात प्रबंधन प्रणाली), ISO 14001 : 2015 (पर्यावरणीय प्रबंधन प्रणाली) और OHSAS 18001 : 2007 (सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली) के अंतर्गत प्रमाणित किया गया है। 

सीसीएल को तीन मानकों में प्रमाण पत्र यानि ISO 9001, ISO 14001 और OHSAS 18001 के आलोक में समेकित प्रबंधन प्रणाली (Integrated Management System) के तहत आईएसओ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इसके अंतर्गत मुख्याdलय सहित खुली खदान, वर्कशॉप, वाशरी, अस्पसताल तथा माईन्सप रेसक्यूर स्टे शन भी प्रमाणित है। सीसीएल के साथ-साथ कोल इंडिया में अपने आप में एक नई उपलब्धि है जिसमें वाशरी भी शामिल है। उपरोक्त  प्रमाण पत्र आईएसओ 9001 गुण्वपत्ताा के लिए, आईएसओ 14001 पर्यावरण क लिए ओएचएसएएस 18001 व्या‍वसायिक स्वासस्य् म  एवं सुरक्षा के लिए दिया जाता है। 
उपरोक्तए सभी अंतरराष्ट्रीयय मानकों का अनुपालन करते हुए सीसीएल को उपरोक्ते प्रमाण पत्र प्राप्ता हुआ है साथ ही सीसीएल झारखंड की पहली कंपनी भी बन गयी है। इस प्रमाण पत्र के कारण गुणवत्ताक, पर्यावरण, व्याहवसायिक स्वाहस्य्बन  एवं सुरक्षा की ओर कंपनी का फोकस और अधिक हो गया है तथा इसमें निरंतर सुधार की प्रक्रिया भी सतत जारी रहेगी, जिसका समय-समय पर प्रमाणन संस्थाअ (Certification Body) निगरानी ऑडिट के तहत अंतर्राष्ट्री य कसौटी पर जांच भी करेगी। सीसीएल के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। 
अंतरराष्ट्री य मानकीकरण संगठन (आईएसओ) किसी भी कंपनी की जांच जैसे गुणवत्ता , प्रोडक्टत क्वा्लिटी, ग्राहक समाधान, शुद्धता और मैनेजमेंट सिस्ट म आदि की जांच कर क्वा यलिटी स्टैतर्ड सर्टिफिकेट प्रदान करता है। 
ज्ञातव्य  हो कि सीसीएल के सीएमडी श्री गोपाल सिंह के कुशल नेतृत्वा में सीसीएल अपना स्वफर्णिम दौर अक्षुण्ण रखते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2018-19 के प्रथम तीन तिमाही में पिछले वर्ष के इसी अवधि की तुलना में 41.65 मिलियन टन कोयला उत्पारदन कर 12% की वृद्धी दर्ज की है । साथ ही साथ ओबी निष्कामसन में 7% की वृद्धी हासिल करते हुए 72.7 मिलियन क्यू।बिक मीटर ओवर बर्डेंन की निकासी की है। सीसीएल ‘’पावर फॉर ऑल’’ के प्रति अपनी प्रतिबद्वता को साबित करते हुए पावर क्षेत्र को उपरोक्त अवधि के दौरान कोयले की आपूर्ति में 3% की बढ़ोत्तकरी हासिल की और 38.4 मिलियन टन कोयला की आपूर्ति बिजली क्षेत्र को की गयी। इसी कड़ी में सीसीएल ने प्रथम तीन तिमाही में 7.4 मिलियन टन का स्टॉ्क लिक्वीकडेशन किया है। 
विगत वर्षों में श्री गोपाल सिंह के मार्गनिर्देंशन में सीसीएल सबसे तेजी से बढ़ रहे सार्वजनिक उपक्रमों में से एक बन गया है साथ ही सीसीएल मे दीर्घकालीन नतीजे देने वाले वृहद् संगठनात्मक परिवर्तनों को मूर्त रूप दिया गया, लंबे समय तक लंबित जटिल समस्याएं हल की गई तथा अब तक का सबसे ज्यादा उत्पादन हासिल किया गया, बहुप्रतिक्षित पर्यावरण और वन भूमि की मंजूरी प्राप्त की गई, भूमि का भौतिक कब्ज़ा लिया गया, कई ग्रीनफील्ड परियोजनाएं आरम्भ की गई, रेलवे परियोजनाओ को योजनाबद्ध तरीके से तेजी लाते हुए पूर्ण किया गया | इन सभी सकरात्मक परिवर्तन के पीछे "कायाकल्प, मॉडल ऑफ गवर्नेंस" का सफल क्रियान्वयन है जो निम्न स्तंभों पर आधारित है 
 पारदर्शिता, साहसिक, नैतिकता और मानवता युक्तर दृष्टिकोण
 कर्मियों का प्रशिक्षण और विकास
 अनुशासन प्रवर्तन
 अभिनव, स्वचालन -  अत्याधुनिक तकनीक
 लोकतांत्रिक नियोजन - आधिकारिक नियंत्रण
सीसीएल की मुख्य् प्राथमिकता ‘’ग्रामीण, गरीबों एवं श्रमिकों का सर्वागींण विकास’’ है। सीसीएल कोयला उत्पालदन ही नहीं बल्कि समावेशी विकास को अपना मुख्य  उद्देश्य  मानती है । कंपनी पारदर्शिता, मानवता एवं नैतिकता के माध्यनम से सामाजिक परिर्वतन लाने के लिए प्रतिबद्व हैं और निरंतर सीएमडी श्री गोपाल सिंह के नेतृत्वम में सीसीएल वृहद परिवार इस दिशा में प्रयासरत हैं।