श्री आर एस महापात्र एचआर सुपर अचिवर्स अवार’ से सम्मानित

Area- हजारीबाग, Posted on- 17-02-2018





आज 16 फरवरी को ताज लैण्डगस, मुम्बोई में आयोजित ‘वर्ल्ड  एचआरडी कांग्रेस (’एचआर सुपर अचिवर्स पीएसयू)’’ में अध्यडक्ष, निदेशक (कार्मिक) सी.सी.एल. श्री आर.एस. महापात्र को पीएसयू कैटगरी में ‘’एचआर सुपर अचिवर्स अवार्ड’’ से सम्मानित किया गया। श्री महापात्र द्वारा मानव संसाधन के क्षेत्र में उल्लेूखनीय योगदान के लिए लिए यह पुरस्का्र प्रदान किया गया है । 

श्री महापात्र सीसीएल में निदेशक (कार्मिक) का पदभार 08 जून 2015 को ग्रहण किये थे। इससे पूर्व श्री महापात्र को उर्जा, तेल एवं कोल क्षेत्र का 28 वर्षों का वहद अनुभव रहा है। श्री महापात्र, महाप्रबंधक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध/भर्ती) सीसीएल, सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक), ईआईएल एवं वरीय प्रबंधक (कार्मिक), एनएचपीसी जैसे विभिन्ना पदों पर कार्य कर चुंके हैं साथ ही और सफलतापूर्वक अपने दायित्वे निवर्हन करते हुए इस मुकाम पर पहुंचे। उन्होंपने खालीकोट कॉलेज,बेहरामपूर, ओडिसा से भौतिकी विज्ञान में स्नाकतक किया इसके उपरांत उन्हों ने औद्योगिक संबंघ एवं श्रमिक कल्यासण में स्ना,कोत्त र की डिग्री प्राप्ता की। अपने कार्यकाल के दौरान श्री महापात्र ने मानव संसाधन के विभिन्न् क्षेत्र में अनुभव प्राप्तत किया। श्री महापात्र को विभिन्नन पुरस्कादरों से समय समय पर सम्मासनित किया गया है।  

जून 2015 में सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) के रूप में पदभार ग्रहण करने के उपरांत उन्हों ने कई महत्वूतपर्ण सुधार लाये एवं औद्योगिक संबंघ, श्रमिक कल्यादण एवं सीएसआर के क्षेत्र में कई नई पहल ली जिससे कंपनी की प्रतिष्ठां बढ़ी। मानव संसाधन एवं सीएसआर के क्षेत्र में इनके कुशल नेतृत्वे एवं योगदान के लिए सीसीएल को ‘’ग्रीनटेक एचआर गोल्डक अवार्ड फॉर इनोवेशन इन रिक्रियूटमेंट’’, एक्सवलेंस इन सीएसआर अवार्ड, एचआर एण्ड् लीडरशीप अवार्ड 2016 एवं एचआर लीडरशीप अवार्ड (पीएसयू फोकस) 2017 जैसे अवार्ड से सम्माएनित किया जा चुंका है। 

उत्पाएदकता में सुधार, सामाजिक उत्थाान, ग्रामीण विकास, पर्यावरण आदि श्री आर एस महापात्र की रूचि के क्षेत्र हैं। श्री महापात्र प्रशासन सुधार के माध्यकम से समाज के सर्वागींण विकास के लिए तत्पईरता से कार्य कर रहें हैं। पारदर्शिता एवं टीम वर्क के साथ नेतृत्वम कार्यशैली इनकी खासियत है। 


                                                                                                                                                                                     जनसम्पर्क विभाग