सीसीएल में सरहुल पूर्व संध्या महोत्सव का भव्य आयोजन

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 28-03-2017


सी.सी.एल मुख्यालय रांची के "विचार मंच" में आज 28 मार्च, 2017 को सरहुल पूर्व संध्या महोत्सव का भव्य आयोजन मुख्यालय सरना समिति द्वारा किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि के रूप में निदेषक (कार्मिक) श्री आर.एस. महापात्र एवं एषिया पैसफिक इंडिजेनस युथ नेटवर्क की अध्यक्षा डॉ. मिनाक्षी मुण्डा उपस्थित थीं। 

अपने संबोधन में मुख्य अतिथि सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने जोहार के साथ सभी का स्वागत किया और सी.सी.एल. कर्मियों के साथ-साथ सभी झारखंडवासियों को सरहुल की बधाई देते हुये कहा कि आज हम सभी ईष्वर, अपने पूर्वजों और प्रकृति को नमन करते हैं और हम यह कामना करते हैं कि झारखंडवासी पूरे वर्ष सुखी व सम्पन्न रहें। श्री सिंह ने कहा कि झारखंड के बच्चों में बहुत प्रतिभा है, जरूरत सिर्फ उन्हें तराष कर उनकी प्रतिभा निखारने की और उन्हें समुचित मौका प्रदान करने की। सीसीएल द्वारा चलाये जा रहे आईटीआई, स्पोर्टस अकादमी आदि में हम इसका जीवंत उदाहरण देख सकते हैं। सीसीएल द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारा प्रयास सतत जारी है। 

अवसर विषेष पर श्री सिंह ने दोहराया कि सीसीएल का उद्देष्य "ग्रामीण, गरीबों और श्रमिकों का सर्वागींण विकास है"। इस कड़ी में सीसीएल कमड़े में आदिवासी कल्याण केंद्र खोलने जा रहा है। इस केंद्र में आदिवासी बच्चों के लिए 12वीं तक स्कूली षिक्षा के साथ-साथ रहने खाने की निःषुल्क व्यव्स्था की जायेगी। साथ ही साथ दसवीं उर्तीण करने पर इन बच्चों को उनके रूझान एवं क्षमता के अनुसार इंजीनियरिंग, मेडिकल, प्रषासनिक सेवा आदि के लिए निःषुल्क प्रषिक्षित किया जायेगा।  उन्होंने उपस्थित सभी को बताया कि इस स्थान पर सीसीएल कोई भी कॉलोनी नहीं बनायेगा। इसी प्रकार कांके बुकरू में सीसीएल दिव्यांग केंद्र की नींव रखी जा चुकी है। 

अवसर विषेष पर विषिष्ट अतिथि निदेशक (कार्मिक) श्री आर.एस. महापात्र ने सभी को सरहुल की बधाईयां देते हुए कहा कि सरहुल के माध्यम से प्रकृति के प्रति हम अपने कर्तव्यों को याद करते हैं। तरक्की एवं तकनीकी के साथ-साथ जरूरी है कि हम अपने मूल्यों को नहीं भूलें और सरहुल ऐसा सिखने का मौका देता है। 

डॉ. मिनाक्षी मुण्डा ने अवसर विषेष पर सरहुल पर्व की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आदिवासी समाज में प्रकृति ही सभी कार्यां एवं रिवाजों का केंद्र बिन्दु है। वर्तमान परिस्थितियों में हमें एक साथ मिलकर प्रकृति के संरक्षण के लिए संकल्प लेना चाहिए। 

इस विषेष अवसर पर मुख्यालय के विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में सी.सी.एल. वृहद परिवार के सदस्य उपस्थित थे। 

कार्यक्रम की शुरूआत जगरनाथ उरांव एवं उनके टीम के अनादि प्रार्थना के साथ प्रारंभ हुआ। स्वागत भाषण एवं मंच संचालन श्री वाई.के. धीरज द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सर्वश्री दषरथ उरांव, पंचम मुण्डा, राजनाथ महतो, राजकुमार, बिगु मुण्डा, महादेव मांझी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।  



जनसम्पर्क विभागाध्यक्ष